हम कौशल और अनुभव की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ सनातन संस्कृति को पुष्पित, पल्लवित और संरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं । संक्षिप्त और सरल भाषा में सनातन संस्कृति का ज्ञान और परम्पराओं की जानकारी जन – जन तक पहुँचाने के लिये प्रयासरत हैं , सम्पूर्ण क्षमता और उत्साह के साथ । हम आपके साथ काम करने के लिए तत्पर हैं ।आप सभी सनातन संस्कृति के संरक्षकों का सहयोग अपेक्षित है। इस संकलन को अधिक प्रसार करने में सहयोग करें

प्रशान्त त्रिपाठी
सम्पादक
देओबंद (सहारनपुर ) उत्तरप्रदेश

पं. राम कृपालु शंखधार
(पूर्व प्राचार्य )
(एम एल डी संस्कृत महाविद्यालय खुदागंज, शाहजहांपुर )
व्याकरणसाहित्यज्योतिषाचार्य,
एम.ए. साहित्य रत्न , वास्तुशास्त्र विशेषज्ञ
सुरेश शर्मा नगर बरेली, उत्तर प्रदेश